भालचन्द्र शशांक प्रणव लोकपाल महेश्वर
महाकाल कराल त्र्यम्बक पूज्यनाथ दिगम्बर ।१
सोमनाथ श्रीकान्त दुर्जय योगीनाथ कमलाक्षण
नागभूषण नित्य सुन्दर अनघ तिरूपति शङ्कर ।२
वृषभवाहन परम ज्योति अक्षयीगुण भूपति
ललाटाक्ष कपाली पुष्करनाथ हे बाचस्पति ।३
भाल नेत्र प्रकाश भोले वीरभद्र विश्वेश्वर
आदिनाथ स्वयम्भू भैरव रुद्र हे भुवनेश्वर ।४
शूलधारण शुकद शान्त कैलाशनाथ सदाशिव
सर्वयोनी पिनाकी गङ्गाधर हरे हर पूजित ।५
गुणाग्राही कराल काल अनन्त दृष्टि प्रदायक
महामृत्युञ्जय सर्वेश्वर श्रेष्ठ हे गणनायक ।६
जटाधारी जनीत पशुपति विश्वनाथ त्रिलोचन
गुरु देव गिरीश सम्भो दयानिधि सनातन ।७
सोम सुन्दर कान्त ईश्वर अजय हे परमेश्वर
नमन गर्दछ कोटीकोटी शिष्य यो नाटेश्वर ।८
(भगवान शिवलाई गुरु मानेर आध्यात्मिक यात्रामा अगाडि बढ्नका लागि प्रभुको चरणमा सप्रेम भेटी स्वरूप शिष्यको तर्फबाट श्रावण मासमा यो गुरु बन्दना रचना गरिएको हो)